कृष्णा
कृष्णा साहिल और कृष्णा कही से घूम के आते हैं साहिल – बर्थडे पार्टी के लिए खरीदारी करने हम चलेंगे शाम को पक्का ना कृष्णा– पक्का , शाम हो जाती है साहिल कृष्णा को बुलाता है (अपने घर से) कृष्णा , कृष्णा कई बार मगर सामने से कोई जवाब नहीं आता तभी कृष्णा की मम्मी बताती है की कृष्णा अपनी बुआ के यह गया है साहिल कुछ नही बोलता और चुपचाप वहां से चल देता है खरीदारी करने के लिए अकेले ही थोड़ा दुखी रहता है । तभी सामने से कृष्णा आ जाता है साहिल– अरे तुम तो वापस आ गए, मैं तुम्हें बुला रहा हूं तो अपने घर से तभी तुम्हारी मम्मी ने कहा कि तुम हुआ कहां गए हो आज नहीं आओगे पर तुम तो आ गए कृष्णा – अगर कोई मुझे दिल से पुकारे मैं ना आऊं ऐसा हो ही नहीं सकता चलो कहां चलना है दोनों सामान की खरीदारी करने मार्केट चल देते हैं वहां पर सारा सामान निकलवा लेते हैं और केक भी तभी पैसा देना होता है पता चलता है साहिल ने पैसे गिरा दिए पैसा ढूंढने के लिए दोनों वापस भागते हैं पैसा नहीं मिलता है और साहिल दुखी हो जाता है और कृष्णा से कहता है यार अब केक नहीं खरीद पाएंगे कृष्णा कुछ समय तक सोचता है और कहता है त...